Home Remedies To Helpful In Avoiding The Effects Of Pollution in Hindi
(प्रदूषण के दुसप्रभाव से बचाव मैं मदददगार घरेलू उपाय।)
By: Anupama | Last Updated: Nov 21, 2019
त्रिफला-शहद रात मैं ले:
प्रदूषण से वात, पित, कफ त्रिदोष बढ़ता है| ऐसे मैं त्रिफला को लेना बहुत औषधि है। रोजाना आधा चम्मच त्रिफला चूर्ण एक चम्मच शहद के साथ लेने से इम्यूनिटी बढ़ती है। त्रिफला को रात मैं सोते समय लेना ज़्यादा असरदार है।
नीम की पत्ती:
अगर हम नीम की कुछ पत्तिया सप्ताह मैं खाते है तो उससे खून शुद्ध रेहता है ओर प्रदूषण का असर नही होगा| कुछ नीम की पत्ती को पानी मैं उबालकर नहाने मैं इस्तेमाल करे।
देसी घी कारगर:
रात मैं सोते समय नाक मैं दो बूंद गाय का घी डालते है तो नाक से जुड़े रोग नही होते है। साथ ही नाक मैं धूल ओर धुए से होने वाला ब्लोकेज भी दूर होता है, शरीर मजबूत होता है ओर प्रदूसन के दुष्प्रभाव से बचाव होता है।
तुलसी का रस:
तुलसी प्रदूषण के असर को कम करता है। रोजाना 10-15 तुलसी की पत्ती के रस को पीने से सांस नली खुलती है ओर फेफड़े मैं अधिक ओक्सिजन मिलती है।
अदरक-कालीमिर्च:
रोज़ाना खाने मैं अदरक ओर कालीमिर्च का इस्तेमाल करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, सांस से जुड़ी बीमारी नही होगी।
हल्दी पाउडर:
हल्दी पाउडर को शहद संग लेने से भी लाभ मिलता है। लेकिन इसे खाली पेट लेना चाहिए ।
Home Remedies To Helpful In Avoiding The Effects Of Pollution in Hindi
(प्रदूषण के दुसप्रभाव से बचाव मैं मदददगार घरेलू उपाय।)
By: Anupama | Last Updated: November 21, 2019
त्रिफला-शहद रात मैं ले:
प्रदूषण से वात, पित, कफ त्रिदोष बढ़ता है| ऐसे मैं त्रिफला को लेना बहुत औषधि है। रोजाना आधा चम्मच त्रिफला चूर्ण एक चम्मच शहद के साथ लेने से इम्यूनिटी बढ़ती है। त्रिफला को रात मैं सोते समय लेना ज़्यादा असरदार है।
नीम की पत्ती:
अगर हम नीम की कुछ पत्तिया सप्ताह मैं खाते है तो उससे खून शुद्ध रेहता है ओर प्रदूषण का असर नही होगा| कुछ नीम की पत्ती को पानी मैं उबालकर नहाने मैं इस्तेमाल करे।
देसी घी कारगर:
रात मैं सोते समय नाक मैं दो बूंद गाय का घी डालते है तो नाक से जुड़े रोग नही होते है। साथ ही नाक मैं धूल ओर धुए से होने वाला ब्लोकेज भी दूर होता है, शरीर मजबूत होता है ओर प्रदूसन के दुष्प्रभाव से बचाव होता है।
तुलसी का रस:
तुलसी प्रदूषण के असर को कम करता है। रोजाना 10-15 तुलसी की पत्ती के रस को पीने से सांस नली खुलती है ओर फेफड़े मैं अधिक ओक्सिजन मिलती है।
अदरक-कालीमिर्च:
रोज़ाना खाने मैं अदरक ओर कालीमिर्च का इस्तेमाल करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, सांस से जुड़ी बीमारी नही होगी।
हल्दी पाउडर:
हल्दी पाउडर को शहद संग लेने से भी लाभ मिलता है। लेकिन इसे खाली पेट लेना चाहिए ।