Home About us
Food Recipes
Vegetarian Recipes Non-Vegetarian Recipes Festivals Recipes Health and Fitness Recipes Fast (व्रत) Recipes Drinks & Soups Recipes Snacks Recipes Sweet Dish Recipes Kids Recipes Party Recipes Picnic Recipes Pickles & Sauce Recipes Salad Recipes
Health & Fitness
Home Remedies Health & Beauty Tips Yoga Training & Poses Fitness & Nutrition Tips Weight Training & Exercises Health News Ingredient Benefits Vegetables and Fruits
Contact us
Account Access
  Sign in/Sign up




These 5 Ways To Protect Against Cancer And Related Problems in Hindi
(इन 5 तरीको से कैंसर और उससे जुड़ी समस्या से बचाव करे l)

By: Chitra Rani | Last Updated: Aug 21, 2018
Likes
Views
Comments

Download the VittoBox app now

Get it on Google Play

कैंसर के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहें हैं। पुरुषों में मुहं व् फेंफड़े और महिलायों में यूट्स व् ब्रेस्ट कैंसर के केस सामने आ रहें हैं।

कैंसर की बीमारी जिसमें असामान्य कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विभाजित करती हैं और शरीर के ऊतकों को नष्ट करती हैं। निम्न सामान्य प्रकार के कैंसर हैं:

  • स्तन कैंसर: स्तन कैंसर उसे कहते है जो स्तन के कोशिकाओ मे होता है।
  • प्रोस्टेट कैंसर: पुरुष के प्रोस्टेट में एक कैंसर, एक छोटा अखरोट के आकार का ग्रंथि जो कि प्रभावी द्रव का उत्पादन करती है।
  • बेसल सेल कैंसर: एक प्रकार का त्वचा कैंसर जो मूल कोशिकाओं में शुरू होता है।
  • मेलेनोमा: सबसे गंभीर प्रकार की त्वचा कैंसर
  • पेट के कैंसर: पाचन तंत्र के निचले छोर पर स्थित कोलन या मलाशय का एक कैंसर।
  • फेफड़े के कैंसर: एक कैंसर जो फेफड़ों में शुरू होता है और अक्सर धूम्रपान करने वालों में होता है
  • ल्यूकेमिया: रक्त के गठन के ऊतकों का एक कैंसर, संक्रमण से लड़ने के लिए शरीर की क्षमता में बाधा है।
  • लिंफोमा: लसीका तंत्र का एक कैंसर

आयुर्वेद में इसे रोकने व् बचाव के लिए कई कारगर चीजें उपलब्ध हैं। तो इन हर्बल पौधों का उपयोग करें ताकि आपके शरीर रोगों से बचा सके। इस बीमारी के प्रभाव को रोकने के लिए आप इन 5 प्राकृतिक हर्बल पौधों का उपयोग कर सकते हैं।

अश्वगन्धा: ये पूरा पौधा ही हर्बल है। इसकी खोज वैज्ञानिकों ने हजारों साल पहले कर दी थी। शोध के दौरान उन्होंने इसमें से एक ऐसे क्रिस्टलीय योगिक तत्व को अलग किया था जो कैंसर कोशिकायों को नष्ट करने में मदद गार है। साथ ही ये इम्युनिटी बढ़ाकर रोग की दोबारा आशंका को भी कम करती है।

आंवला: इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जो कार्सिनोजेनिक कोशिकायों को बढ़ने से रोकता है। और कैंसर से बचाते हैं। यह विटामिन -सी का अच्छा स्रोत है। एक आंबले में तीन सन्तरों के बराबर विटामिन -सी होता है यह शरीर से विषेले पदार्थों को बाहर निकलने में मददगार है

हल्दी: इसका उपयोग विभिन्न रोगों के उपचार में किया जाता है। रोजाना डाइट में हल्दी खाने से कैंसर जैसे रोगों को दूर किया जा सकता है। हल्दी में पाया जाने वाला कक्युमिन नामक तत्व कैंसर को समाप्त करने में मदद करता है।

अदरक: अदरक कैंसर रोगियों के लिए अचूक दवा है। कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करने के साथ खून का थक्का जमने से रोकता है। इसमें एंटी -फंगल व् एंटी केसरस गुण भी हैं।

लहसुन: आयुर्वेद के अनुसार रोजाना लहसुन की ४-५ कलियाँ कहने से कैंसर के खतरे को अस्सी प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। इसमें मौजूद कैंसर रोधी तत्व शरीर में कैंसर कोशिकायों को बढ़ने से रोकता है। साथ ही इसमें पाया जाने वाला अलिसिन रसायन फेफड़ों के कैंसर से बचाव करने में सछम है।

इनको नियमित डाइट में लेने से केंसर और अन्य रोगों से बचाव होता है। आयुर्वेद मे इसी तरह के कई उपचार है जिनके द्वारा हम अपने शरीर को कई बीमारियों से बचा सकते है l


Article Reviews
Comment(s)
No Data Found..!

These 5 Ways To Protect Against Cancer And Related Problems in Hindi
(इन 5 तरीको से कैंसर और उससे जुड़ी समस्या से बचाव करे l)

By: Chitra Rani | Last Updated: August 21, 2018

कैंसर के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहें हैं। पुरुषों में मुहं व् फेंफड़े और महिलायों में यूट्स व् ब्रेस्ट कैंसर के केस सामने आ रहें हैं।

कैंसर की बीमारी जिसमें असामान्य कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विभाजित करती हैं और शरीर के ऊतकों को नष्ट करती हैं। निम्न सामान्य प्रकार के कैंसर हैं:

  • स्तन कैंसर: स्तन कैंसर उसे कहते है जो स्तन के कोशिकाओ मे होता है।
  • प्रोस्टेट कैंसर: पुरुष के प्रोस्टेट में एक कैंसर, एक छोटा अखरोट के आकार का ग्रंथि जो कि प्रभावी द्रव का उत्पादन करती है।
  • बेसल सेल कैंसर: एक प्रकार का त्वचा कैंसर जो मूल कोशिकाओं में शुरू होता है।
  • मेलेनोमा: सबसे गंभीर प्रकार की त्वचा कैंसर
  • पेट के कैंसर: पाचन तंत्र के निचले छोर पर स्थित कोलन या मलाशय का एक कैंसर।
  • फेफड़े के कैंसर: एक कैंसर जो फेफड़ों में शुरू होता है और अक्सर धूम्रपान करने वालों में होता है
  • ल्यूकेमिया: रक्त के गठन के ऊतकों का एक कैंसर, संक्रमण से लड़ने के लिए शरीर की क्षमता में बाधा है।
  • लिंफोमा: लसीका तंत्र का एक कैंसर

आयुर्वेद में इसे रोकने व् बचाव के लिए कई कारगर चीजें उपलब्ध हैं। तो इन हर्बल पौधों का उपयोग करें ताकि आपके शरीर रोगों से बचा सके। इस बीमारी के प्रभाव को रोकने के लिए आप इन 5 प्राकृतिक हर्बल पौधों का उपयोग कर सकते हैं।

अश्वगन्धा: ये पूरा पौधा ही हर्बल है। इसकी खोज वैज्ञानिकों ने हजारों साल पहले कर दी थी। शोध के दौरान उन्होंने इसमें से एक ऐसे क्रिस्टलीय योगिक तत्व को अलग किया था जो कैंसर कोशिकायों को नष्ट करने में मदद गार है। साथ ही ये इम्युनिटी बढ़ाकर रोग की दोबारा आशंका को भी कम करती है।

आंवला: इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जो कार्सिनोजेनिक कोशिकायों को बढ़ने से रोकता है। और कैंसर से बचाते हैं। यह विटामिन -सी का अच्छा स्रोत है। एक आंबले में तीन सन्तरों के बराबर विटामिन -सी होता है यह शरीर से विषेले पदार्थों को बाहर निकलने में मददगार है

हल्दी: इसका उपयोग विभिन्न रोगों के उपचार में किया जाता है। रोजाना डाइट में हल्दी खाने से कैंसर जैसे रोगों को दूर किया जा सकता है। हल्दी में पाया जाने वाला कक्युमिन नामक तत्व कैंसर को समाप्त करने में मदद करता है।

अदरक: अदरक कैंसर रोगियों के लिए अचूक दवा है। कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करने के साथ खून का थक्का जमने से रोकता है। इसमें एंटी -फंगल व् एंटी केसरस गुण भी हैं।

लहसुन: आयुर्वेद के अनुसार रोजाना लहसुन की ४-५ कलियाँ कहने से कैंसर के खतरे को अस्सी प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। इसमें मौजूद कैंसर रोधी तत्व शरीर में कैंसर कोशिकायों को बढ़ने से रोकता है। साथ ही इसमें पाया जाने वाला अलिसिन रसायन फेफड़ों के कैंसर से बचाव करने में सछम है।

इनको नियमित डाइट में लेने से केंसर और अन्य रोगों से बचाव होता है। आयुर्वेद मे इसी तरह के कई उपचार है जिनके द्वारा हम अपने शरीर को कई बीमारियों से बचा सकते है l


Article Reviews
Comment(s)
No Data Found..!
×
These 5 Ways To Protect Against Cancer And Related Problems

Login To Account:


×

Write Comment/Review

Select Your Rating:
(Maximum 5000 characters)
Follow us on social media