Benefits And Uses Of Black Pepper Spice in Hindi
(काली मिर्च के फायदे ओर उपयोग)
By: Anupama | Last Updated: Dec 27, 2019
काली मिर्च औषधीय गुणों से युक्त एक मसाला है जो स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत फायदेमंद है। पिपरीन नामक तत्व के कारण इसका स्वाद सबसे अनोखा है। काली मिर्च में आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, जिंक, क्रोमियम, विटामिन ए और सी, और अन्य पोषक तत्व मौजूद हैं। काली मिर्च का प्रयोग खाने में किया जाता है। इसके सेवन से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से बचा जा सकता है, वजन घटाने के अलावा यह सर्दी-जुकाम में भी बहुत फायदेमंद है। काली मिर्च खाने से सर्दी में होने वाली बीमारियां जैसे खांसी, जुकाम में भी राहत मिलती है, इतना ही नहीं काली मिर्च से बाल झड़ना भी कम हो जाते हैं।
स्रोत / उत्पत्ति:
काली मिर्च के पौधे का मूल स्थान दक्षिण भारत ही माना जाता है। भारत से बाहर इंडोनेशिया, बोर्नियो, इंडोचीन, मलय, लंका और स्याम इत्यादि देशों में भी इसकी खेती की जाती है। काली मिर्च का पौधा त्रावणकोर और मालाबार के जंगलों में बहुलता से उत्पन्न होता है।
काली मिर्च के फायदे:
- काली मिर्च कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से शरीर की सुरक्षा करता है। काली मिर्च के नियमित सेवन से स्तन कैंसर की गांठ नहीं बनती है। काली मिर्च में विटामिन सी, विटामिन ए, फ्लैवोनॉयड्स, कारोटेन्स और अन्य एंटी-ऑक्सीडेंट पाये जाते हैं।
- अपच, दस्त, कब्ज और अम्लता करने के लिए काली मिर्च का सेवन कीजिए, यह पाचन शक्ति भी बढ़ाती है। काली मिर्च, टेस्ट बड्स से पेट को संकेत भेजता है और हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उत्पादन करने के लिए प्रेरित करता है। यह एसिड सभी भोजन सामग्री को पचाने में सहायक है।
- काली मिर्च से मसूड़ों के दर्द में बहुत जल्दी आराम मिलता है. काली मिर्च, माजूफल और सेंधा नमक तीनों चीजों को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बनाकर कुछ बूंद सरसों के तेल में मिलाकर दांतों और मसूड़ों में लगाएं और आधे घंटे के बाद मुंह साफ कर लें. इससे आपके दांत और मसूड़ों में दर्द होने वाली समस्या भी दूर हो जाएगी.
- नियमित काली मिर्च का सेवन करने से वजन पर भी नियंत्रण पाया जा सकता है। इसमें शक्तिशाली फाइटोन्यूट्रीसियंस होते हैं जो वसा की बाहरी परत को तोड़ने में सहायक होते हैं और इससे शरीर में अतिरिक्त वसा जमा नहीं हो पाती है।
- काली मिर्च को दरदरा कूट कर चेहरे पर स्क्रब करने से त्वचा में चमक आती है। लेकिन इसका इस्तेमाल कम और सावधानीपूर्वक करना चाहिए। इसके स्क्रब से मृत त्वचा निकल जाती है और त्वचा को पोषण मिलता है।
- सर्दी, जकड़न और कफ में राहत दिलाती है काली मिर्च। इसके सेवन से खांसी में भी आराम मिलता है। सर्दी के कारण नाक बहने पर काली मिर्च का सेवन करने से राहत मिलेगी। कफ, छाती जकड़ जाने पर काली मिर्च का सेवन करने से राहत मिलती है।
- काली मिर्च एक प्राकृतिक एंटी-डिप्रेशन है। यदि आप तनाव या अवसाद से ग्रस्त हैं तो नियिमत काली मिर्च का सेवन करें, तनाव दूर होगा।
काली मिर्च के नुकसान:
- बड़ी मात्रा में लेने पर कालीमिर्च पेट की जलन का कारण बन सकती है।
- कालीमिर्च आंखों में जलन पैदा कर सकती है।
- काली मिर्च का ज्यादा सेवन करने से गर्भवती महिलाओं में गर्भपात हो सकता है।
- स्तनपान कराने वाली महिलाओं में काली मिर्च सेवन करने से इसका कठोर स्वाद दूध में स्थानांतरित हो सकता है जो आपके बच्चे के लिए ठीक नहीं हो सकता है। यह एलर्जी भी पैदा कर सकती है।
काली मिर्च का भंडारण:
- एक वर्ष में एक शांत, सूखी जगह में एक सील कंटेनर में पूरी काली मिर्च स्टोर करें।
- पीसी हुई काली मिर्च लगभग चार महीनों के बाद स्वाद खोने लगती है, इसलिए यदि आप बहुत अधिक काली मिर्च का उपयोग नहीं करते हैं, तो उन विशाल कैन से बचें।
Benefits And Uses Of Black Pepper Spice in Hindi
(काली मिर्च के फायदे ओर उपयोग)
By: Anupama | Last Updated: December 27, 2019
काली मिर्च औषधीय गुणों से युक्त एक मसाला है जो स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत फायदेमंद है। पिपरीन नामक तत्व के कारण इसका स्वाद सबसे अनोखा है। काली मिर्च में आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, जिंक, क्रोमियम, विटामिन ए और सी, और अन्य पोषक तत्व मौजूद हैं। काली मिर्च का प्रयोग खाने में किया जाता है। इसके सेवन से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से बचा जा सकता है, वजन घटाने के अलावा यह सर्दी-जुकाम में भी बहुत फायदेमंद है। काली मिर्च खाने से सर्दी में होने वाली बीमारियां जैसे खांसी, जुकाम में भी राहत मिलती है, इतना ही नहीं काली मिर्च से बाल झड़ना भी कम हो जाते हैं।
स्रोत / उत्पत्ति:
काली मिर्च के पौधे का मूल स्थान दक्षिण भारत ही माना जाता है। भारत से बाहर इंडोनेशिया, बोर्नियो, इंडोचीन, मलय, लंका और स्याम इत्यादि देशों में भी इसकी खेती की जाती है। काली मिर्च का पौधा त्रावणकोर और मालाबार के जंगलों में बहुलता से उत्पन्न होता है।
काली मिर्च के फायदे:
- काली मिर्च कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से शरीर की सुरक्षा करता है। काली मिर्च के नियमित सेवन से स्तन कैंसर की गांठ नहीं बनती है। काली मिर्च में विटामिन सी, विटामिन ए, फ्लैवोनॉयड्स, कारोटेन्स और अन्य एंटी-ऑक्सीडेंट पाये जाते हैं।
- अपच, दस्त, कब्ज और अम्लता करने के लिए काली मिर्च का सेवन कीजिए, यह पाचन शक्ति भी बढ़ाती है। काली मिर्च, टेस्ट बड्स से पेट को संकेत भेजता है और हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उत्पादन करने के लिए प्रेरित करता है। यह एसिड सभी भोजन सामग्री को पचाने में सहायक है।
- काली मिर्च से मसूड़ों के दर्द में बहुत जल्दी आराम मिलता है. काली मिर्च, माजूफल और सेंधा नमक तीनों चीजों को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बनाकर कुछ बूंद सरसों के तेल में मिलाकर दांतों और मसूड़ों में लगाएं और आधे घंटे के बाद मुंह साफ कर लें. इससे आपके दांत और मसूड़ों में दर्द होने वाली समस्या भी दूर हो जाएगी.
- नियमित काली मिर्च का सेवन करने से वजन पर भी नियंत्रण पाया जा सकता है। इसमें शक्तिशाली फाइटोन्यूट्रीसियंस होते हैं जो वसा की बाहरी परत को तोड़ने में सहायक होते हैं और इससे शरीर में अतिरिक्त वसा जमा नहीं हो पाती है।
- काली मिर्च को दरदरा कूट कर चेहरे पर स्क्रब करने से त्वचा में चमक आती है। लेकिन इसका इस्तेमाल कम और सावधानीपूर्वक करना चाहिए। इसके स्क्रब से मृत त्वचा निकल जाती है और त्वचा को पोषण मिलता है।
- सर्दी, जकड़न और कफ में राहत दिलाती है काली मिर्च। इसके सेवन से खांसी में भी आराम मिलता है। सर्दी के कारण नाक बहने पर काली मिर्च का सेवन करने से राहत मिलेगी। कफ, छाती जकड़ जाने पर काली मिर्च का सेवन करने से राहत मिलती है।
- काली मिर्च एक प्राकृतिक एंटी-डिप्रेशन है। यदि आप तनाव या अवसाद से ग्रस्त हैं तो नियिमत काली मिर्च का सेवन करें, तनाव दूर होगा।
काली मिर्च के नुकसान:
- बड़ी मात्रा में लेने पर कालीमिर्च पेट की जलन का कारण बन सकती है।
- कालीमिर्च आंखों में जलन पैदा कर सकती है।
- काली मिर्च का ज्यादा सेवन करने से गर्भवती महिलाओं में गर्भपात हो सकता है।
- स्तनपान कराने वाली महिलाओं में काली मिर्च सेवन करने से इसका कठोर स्वाद दूध में स्थानांतरित हो सकता है जो आपके बच्चे के लिए ठीक नहीं हो सकता है। यह एलर्जी भी पैदा कर सकती है।
काली मिर्च का भंडारण:
- एक वर्ष में एक शांत, सूखी जगह में एक सील कंटेनर में पूरी काली मिर्च स्टोर करें।
- पीसी हुई काली मिर्च लगभग चार महीनों के बाद स्वाद खोने लगती है, इसलिए यदि आप बहुत अधिक काली मिर्च का उपयोग नहीं करते हैं, तो उन विशाल कैन से बचें।